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अवधूत मण्डल आश्रम

गुरु परम्परा

बाबा सरयू दास जी महाराज



बाबा हीरा दास जी महाराज



स्वामी गोपाल देव जी महाराज



महामण्डलेश्वर स्वामी रामेश्वर देव जी महाराज



महामण्डलेश्वर स्वामी महेश्वर देव जी महाराज



महामण्डलेश्वर स्वामी परम हंस सत्यदेव जी महाराज



अवधूत मण्डल आश्रम

आश्रम का संक्षिप्त परिचय

विश्व प्रसिद्ध तीर्थ नगरी हरिद्वार में अवधूत मण्डल आश्रम (AMA) सेवा एवं पवित्रता से हरिद्वार नगरी में अपनी विशेष पहचान रखता है। यह एक प्राचीन एवं रमरीयं पुण्ड स्थल है। अवधूत मण्डल आश्रम जरूरतमंद गरीब लोगों के लिए धमार्थ अस्पताल भी चला रहा है। आश्रम में गौशाला भी है, जिसमे हमेशा गौमाता की पूणरूप से सेवा की जाती है। आश्रम के निकट, गंगा जी के किनारे बना हुआ घाट अवधूत मण्डल घाट के नाम से जाना जाता है। आश्रम की और से संतो ब्राहम्णो, वेदपाठी विद्यार्थियों को मुक्त भोजन, रहने की सुविधा और दवाईंया प्रदान की जाती है। इस आश्रम में गो-सेवा, संत सेवा, वेदपाठी विद्यार्थी सेवा, विद्वानों की सेवा, रोगी-वृद्ध सेवा जैसे रहना, खाना कपडे, दवाई इत्यादि निःशुल्क सेवा प्रदान की जाती है।

अवधूत मण्डल आश्रम केवल दान की आय पर ही चलने वाली संस्था है। अवधूत मण्डल आश्रम (AMA) भारतीय आयकर अधिनियम की धारा 80 G के अंतर्गत आयकर लाभ के लिए पंजीकृत है। अवधूत मण्डल आश्रम ISO:9001-2008 के अन्तर्गत सामाजिक सेवा और धार्मिक प्रवर्तिर्यों के लिए भी पंजीकृत संस्था है। अवधूत मण्डल आश्रम ने FCRA (फोरेन करेन्सी रेग्युलेशन एक्ट) के अंतर्गत पंजीकृत होने के लिए केंद्र सरकार में प्रस्ताव (आवेदन) भी किया है।

अवधुत मंडल आश्रम, गुरुकुल कांगड़ी (सिंहद्वार चौक) के निकट, ज्वालापुर, हरिद्वार, उत्तराखण्ड राज्य, भारत में स्थित है। हरिद्वार (उत्तराखंड राज्य की राजधानी) देहरादून से लगभग 55 किमी और (भारत की राजधानी) नई-दिल्ली से लगभग 200 किमी की दूरी पर है तथा सड़क मार्ग और रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है, नई दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय विमान मथक और देहरादून के राष्ट्रिय विमान मथक द्वारा आसानी से आने का मार्ग है। हरिद्वार चारधामों (यमनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ तथा बद्रीनाथ) का प्रवेश द्धार है। हरिद्वार को हरद्वार भी कहा जाता है। इतिहास के अनुसार, वैष्णव संप्रदाय के अनुयायी हरद्वार को भगवान शिव को नगरी मानते है। दोनों संप्रदाय की मान्यता सही है, क्योंकि चारधाम में से दो धाम (यमनोत्री तथा बद्रीनाथ) भगवान विष्णु के है और दो धाम (गंगोत्री तथा केदारनाथ) भगवान शिव के है।

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सदगुरुदेव जी (वर्तमान पीठाधीश एवं अध्यक्ष) का संक्षिप्त परिचय

महामण्डलेश्वर श्री 1008 स्वामी संतोषानंद देव जी महाराज

परम पूज्य सदगुरुदेव महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद देव जी अवधूत मण्डल आश्रम के वर्तमान पीठाधीश एंव अध्यक्ष हैं। स्वामी संतोषानन्द देव जी का जन्म प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा काशी विश्वनाथ जी की नगरी वाराणसी के निकट एक छोटे से गांव में हुआ। इनकी धर्मपरायण माता चंद्रावती देवी तथा पिता ईश्वर चंद को स्वामी जी के माता-पिता होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उनके माता-पिता ने इनका नाम संतोष रखा।

किसी ने स्वप्न में भी सोचा नहीं था की यह बालक भविष्य में आध्यात्मिक गुरु के रूप में पुरे भारत में प्रसिद्ध होगा, बल्कि परिवार के सदस्य तो चाहते थे की वह अच्छी शिक्षा ग्रहण कर किसी गरिमामय सरकारी पद पर आसीन हो। सम्पन्न परिवार होने के कारण किसी प्रकार की कोई कमी नहीं थी। परंन्तु बचपन में, जंहा अन्य बच्चो को पढ़ाई - लिखाई के अलावा खेल - कूद तथा शरारत - मस्ती में रूचि थी, वंही स्वामी जी को धार्मिक एंव आध्यात्मिक प्रवृतियों में ज्यादा में ज्यादा रूचि थी। किसी अज्ञात कारणवश स्वामी जी परिवार के किसी सदस्य को बताये बिना ही दो बार ग्रह-त्याग करके हरिद्वार चले आये थे, लेकिन माता-पिता के आग्रहवश ये वापस घर लौट गए। बाद में स्वामी जी अपने सामाजिक जीवन के लिए महानगर कोलकत्ता चले गए, फिर एक रत स्वप्न में उन्हें आभास हुआ की कोई सिद्ध संत उन्हें जल्दी मिलने वाले है।

उसके बाद, स्वामी सत्यदेव जी महाराज की आज्ञा से, स्वामी जी ने भारतीय संस्कृति तथा हिन्दुत्व के प्रचार-प्रसार हेतु पुरे भारत की साईकिल से यात्रा की। यह साईकिल-यात्रा नौ मास तक चली थी। इसी साईकिल-यात्रा के दौरान स्वामी जी ने भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शन किये तथा उनका आशीवार्द प्राप्त किया।

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स्वामी जी ने विविध स्थानों पर आश्रम बनाकर अपने अनुयाईयो की सुविधा एवं समाज के लिए 200 एकड़ जमीन खरीद कर गौशाला, कॉलेज, अस्पताल, वृद्धाश्रम, विधवा आश्रम, अनाथ आश्रम, विकलांग आश्रम इत्यादि समाज कल्याण हेतु बनवाने का दृढ संकल्प किया है।

हम आपसे अनुरोध करते है की अपने माता पिता की पुण्य स्मृति में यादगार अवसरों पर दान देकर धर्म लाभ व् पुण्य कमाने का सौभाग्य प्राप्त करें। किसी भी प्रकार के दान के लिए निचे दिए गए नंबर पर कॉल करें।


डोनेशन डिटेल्स

+91-9997732884, 9412071001

विभिन्न स्थानों पर

अवधूत मण्डल आश्रम की शाखाएं

Baba Hiradasji Hanuman Mandir Haridwar
(स्वामी हीरादास जी हनुमान मंदिर हरिद्वार)

Gopal Dham Ashram Haridwar
(गोपाल धाम आश्रम हरिद्वार)

Avdhoot Mandal Ashram Uttarkashi
(अवधूत मण्डल आश्रम उत्तरकाशी)

Avdhoot Mandal Ashram Badrinath
(अवधूत मण्डल आश्रम बद्रीनाथ)

Avdhoot Mandal Ashram Amritsar
(अवधूत मण्डल आश्रम अमृतसर)

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अवधूत मण्डल आश्रम हरिद्वार

Online Donation

अवधूत मण्डल आश्रम हरिद्वार, उत्तराखंड में स्थित एक गैर-लाभकारी संगठन है।

यदि आप अवधूत मण्डल आश्रम में दान करना चाहते हैं। तो आप आश्रम में एक कमरे के निर्माण का खर्च देकर अवधूत मण्डल आश्रम में दान कर सकते है।

गौशाला के लिए दान

गौशाला के लिए शेड देकर या शेड का खर्च देकर भी आप अवधूत मण्डल आश्रम में दान कर सकते है।

किसी भी प्रकार के दान के लिए निचे दिए गए नंबर पर कॉल करें।

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स्वामी जी ने विविध स्थानों पर आश्रम बनाकर अपने अनुयाईयो की सुविधा एवं समाज के लिए 200 एकड़ जमीन खरीद कर गौशाला, कॉलेज, अस्पताल, वृद्धाश्रम, विधवा आश्रम, अनाथ आश्रम, विकलांग आश्रम इत्यादि समाज कल्याण हेतु बनवाने का दृढ संकल्प किया है। हम आपसे अनुरोध करते है की अपने माता पिता की पुण्य स्मृति में यादगार अवसरों पर दान देकर धर्म लाभ व् पुण्य कमाने का सौभाग्य प्राप्त करें।

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